आक्रोश में आज मुजफ्फरपुर बंद, महीनों से लापता बच्चियों का नहीं मिला अब तक कोई सुराग।

 


मुजफ्फरपुर : जिला से बच्चियों के गायब होने की कई मामले सामने आ चुके हैं। चर्चित नवरुणा कांड को तो शायद ही कोई भूल सकता हो। 18 सितंबर 2012 को नवरुणा का अपहरण हुआ और उस गुत्थी को आज तक सीबीआई भी सुलझा नहीं पाई है। वही मार्च 2021 में मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के लक्ष्मी चौक के पास से एक 5 वर्षीय बच्ची खुशी का अपहरण हुआ आज लगभग 22 साल पूरे होने के बावजूद भी इस मामले में भी प्रशासन को किसी प्रकार की कोई सफलता हासिल नहीं हुई है। खुशी का अपहरण तब किया गया जब सरस्वती पूजा के दिन वह अपने घर के बाहर ही खेल रही थी। इस संदर्भ में उसके पड़ोसी की गिरफ्तारी भी की गई थी। परंतु आज तक वह लड़की बरामद नहीं हो पाई। 

वहीं बीते वर्ष यानी की 2022 के दिसंबर में मुजफ्फरपुर से एक एमबीए की छात्रा का अपहरण कर लिया गया और प्रशासन आज तक उसे बच्ची के को बारमद नहीं कर पाई है। बताया जाता है कि यशी एमबीए की छात्रा हैं, जिसका 18 दिसंबर 2022 को सोनू नामक एक लड़के ने सदर थाना क्षेत्र के भगवानपुर से अपहरण कर लिया। इस संदर्भ में दो लड़कियों की गिरफ्तारी भी की गई। प्रशासन ने सोशल मीडिया पर छानबीन कर दो लड़की ज्योति और अर्चना नामक लड़की को गिरफ़्तार किया था। सूत्रों की मानें तो इन दोनों ही लड़कियों ने किसी सोनू नामक युवक का नाम लिया था, यशी के परिजन बताते हैं कि पुलिस ने सोनू को गिरफ़्तार जरूर कर दिया था परंतु दो-तीन दिनों तक अपने कस्टडी में रखने के बाद सोनू को पुलिस ने छोड़ दिया। हालांकि इस बात की पुष्टि बिहार दस्तक नहीं करता है, क्योंकि पुलिस के किसी भी रिकॉर्ड में सोनू के गिरफ्तार होने का कोई जिक्र ही नहीं है।

ज्ञात हो कि यशी सिंह मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र में अपने नाना-नानी के यहां रहकर एल. एन मिश्रा कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई कर रही थी। यशी कि नाना साहेबगंज स्थित एक कॉलेज के पूर्व प्राध्यापक हैं वही नानी एलएनटी कॉलेज की रिटायर्ड प्रोफेसर हैं। परिजनों ने बताया कि पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक अर्चना नामक युवती बैरिया में भी एक डेरा लेकर रहती है। वही गिरफ्तार की गई युक्तियों ने पूछताछ पर बयान दिया है कि 12 दिसंबर 2022 को सोनू नामक एक युवक यशी को चार पहिए वाहन से लेकर अर्चना के बेरिया स्थित डेरा पर पहुंचता है। जहां अर्चना ने पाया कि यशी को किसी प्रकार का नशा कराया गया है। यशी को नशे की हालत में ही सोनू और अर्चना उसी चार पहिए वाहन से लेकर मुजफ्फरपुर के रेड लाइट एरिया चतुर्भुज स्थान लेकर जाते हैं, वहां एक पीले रंग की चार मंजिलें बिल्डिंग में उस लड़की का सौदा किया।

उक्त तमाम वारदातों के मद्देनज़र आज मुजफ्फरपुर को बंद रखने का ऐलान किया गया है। यह ऐलान गरीब जनक्रांति पार्टी के विकास उर्फ "कवि जी" एवं दीनबंधु क्रांतिकारी के द्वारा किया गया हैं। जी बंदी को सफल बनाने के लिए जब सुप्रीमो पप्पू यादव भी पहल कर रहे हैं।

बिहार दस्तक से हुई खास बातचीत में दीनबंधु क्रांतिकारी ने बताया कि यह तो कुछ ऐसे मामले हैं जिसको मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से लोग जा रहे हैं। परंतु मुज़फ़्फ़रपुर शहरी और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से कई लड़कियां लापता हो रही है। जिस संदर्भ में प्रशासन की ओर से अब तक किसी प्रकार की ठोस पहल होते नजर नहीं आई है। यशी के मामले में भी प्रशासन लगातार सिर्फ दिलासा ही दे रही है।

वही आज बंद का ऐलान करते हुए दोनों ही पार्टियों के द्वारा आम जनों से अपील किया गया है कि वह अपने दुकानों को बंद करके मुजफ्फरपुर बंद को सफल बनाने का प्रयास करें।

गरीब जनक्रांति पार्टी के सुप्रीमो विकास उर्फ कवि जी ने कहा है कि आज जिस तरीके से मुजफ्फरपुर में इस तरीके की वारदात बढ़ती चली जा रही है, वह दिन दूर नहीं है जब यह हादसा आपके अपने साथ भी हो सकता है। इसलिए इस पूरी वारदात के मद्देनजर आज खुद से ही पहल करने की जरूरत हैं। जिसके लिए मजबूती के साथ मुजफ्फरपुर बंद को सफल बनाना होगा। तभी प्रशासन के ऊपर दबाव बनेगा और वे अपना काम ठीक तरीके से कर पाएंगे।