जाने कौन है बिहार का कुख्यात अपराधी मंटू शर्मा!

 


जमीन कारोबारी आशुतोष शाही के हत्या के बाद बिहार के गलियारों में इन दिनों एक नाम चर्चा का विषय बना हुआ हैं। एक ऐसा नाम जिसे सुन कर लोग डर जाते है, खौफ खाने लगते है। जी हाँ हम बात कर रहे हैं बिहार के कुख्यात अपराधी मंटू शर्मा की।
आशुतोष शाही हत्याकांड के बाद पुलिस को मंटू शर्मा की तलाश है।  मंटू शर्मा के ऊपर पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा सहित राज्य के अन्य जिलों में दर्जनों हत्या और रंगदारी जैसे संगीन अपराध के मामले दर्ज हैं। कल्याणी स्थित मछली मंडी की जमीन पर कब्जे को लेकर पूर्व मेयर समीर कुमार की हत्या हुई थी। जिसमे शंभू-मंटू गिरोह की भूमिका मानी गई थी। हाल ही में मिठनपुरा के प्रॉपर्टी डीलर विक्कू सिंह उर्फ बिजेंद्र कुमार से 50 लाख रुपये रंगदारी मामले में मंटू शर्मा और उसके गिरोह का नाम सामने आया था।

छपरा का रहने वाला है मंटू शर्मा

मंटू शर्मा मूल रूप से छपरा जिला के परसा थाना के बहलोलपुर गांव का रहने वाला है। लेकिन, मुजफ्फरपुर के अलावा बिहार के कई शहर, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में अचल संपत्ति अर्जित किये हुए है।

पुलिस रेकॉर्ड की माने तो मुशहरी स्थित राष्ट्रीय लीची अनुसंधान के गार्ड रितेश हत्याकांड में मंटू शर्मा की गिरफ्तारी 2014 में लखनऊ से हुई थी। एसटीएफ की टीम ने उसे लखनऊ के गोमती नगर में मुठभेड़ के बाद दबोचा था। इसके बाद उसे कड़ी सुरक्षा में मुजफ्फरपुर लाया था। इस दौरान कुछ महीने वह मुजफ्फरपुर जेल में रहा था। इसके बाद सभी मामले में कोर्ट से जमानत ले लिया था।

 पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार मंटू शर्मा पूर्व मेयर समीर कुमार के हत्या में अप्राथमिक आरोपित है। लेकिन, इस मामले में वह जमानत पर है। मंटू शर्मा कई हत्याकांडों का आरोपित रहा है। उसके विरुद्ध न्यायालय में सत्र विचारण चला। अब तक पूरे हुए सभी ऐसे मामले के सत्र-विचारण में उसके विरुद्ध न्यायालय में गवाह मुकर गया। अभियोजन पक्ष की ओर से ठोस साक्ष्य पेश नहीं किए जाने के कारण वह अब तक सभी मामले में न्यायालय से बरी हो गया। अन्य विचाराधीन मामले में उसे जमानत मिली हुई है। मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड में पुलिस ने उसे अप्राथमिकी आरोपित बनाया था। इस मामले में उसे हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिली हुई है।

बीते दिनों हुए आशुतोष शाही हत्याकांड के बाद से फिर से मंटू शर्मा का नाम चर्चा का विषय बना हुआ, पुलिस ने अपने प्रारंभिक जांच के बाद मंटू शर्मा सहित कई अन्य लोगों को इस मामले में आरोपी बनाया है।

एक बार फिर से मंटू शर्मा की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है। सूत्रों की माने तो मंटू शर्मा को किसी बड़े राजनीतिक नेता का संरक्षण भी प्राप्त है। साथ ही मंटू शर्मा के आतंक से मुजफ्फरपुर एवं आसपास के इलाके में लोग दहशत में हैं। मिठनपुरा के प्रॉपर्टी डीलर बिक्कू सिंह से रंगदारी मांगने वाले मामले में  आशुतोष शाही गवाह थे। जिनकी हत्या 21 जुलाई को मुजफ्फरपुर के नवाब रोड में चार अज्ञात अपराधियों के द्वारा बेरहमी से गोली मारकर कर दी गई। इस दौरान आशुतोष शाह के साथ उनके दो बॉडीगार्ड की भी मौत हो गई, वहीं का एक बॉडीगार्ड और वकील जख्मी अवस्था में अभी अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि इस मामले में वकील को भी संदेह के आधार पर  आरोपित बनाया गया है।

बरहाल कुख्यात मंटू शर्मा अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है। अभी देखना दिलचस्प होगा कि

  • क्या प्रशासन मंटू शर्मा को गिरफ्तार कर पाती है?
  • क्या मंटू शर्मा के खिलाफ इस बार कोई गवाही दे पाता है?
  • क्या मंटू शर्मा को किसी प्रकार का कोई राजनीतिक संरक्षण बचा पाता है?
  • क्या मंटू शर्मा को सजा मिल पाती है?