मुजफ्फरपुर : नगर से लड़कियों का लापता हो जाना, मानो आम बात हो गया है। 2011 में नवरुणा कांड फिर 2021 में ख़ुशी अपहरण कांड और अब यशी सिंह का अपहरण कांड; हर कांड में प्रशासनिक विफलता ही सामने नजर आई है।
ज्ञात हो कि यशी सिंह मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र में अपने नाना-नानी के यहां रहकर एल. एन मिश्रा कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई कर रही थी। जो कि 12 दिसंबर 2022 से ही लापता है। यशी कि नाना साहेबगंज स्थित एक कॉलेज के पूर्व प्राध्यापक हैं वही नानी एलएनटी कॉलेज की रिटायर्ड प्रोफेसर हैं।
यशी के लापता हो जाने के बाद उनके परिजन लगातार दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं; अलग-अलग प्रशासनिक पदाधिकारियों के पास भी जाने पर अब तक किसी प्रकार की सफलता उन्हें हाथ नहीं लगी है।
यशी सिंह के परिजनों एवं नज़दीकियों से जब बिहार दस्तक संवाददाता की ओर से बातचीत की गई तो बहुत सारे साथ सामने निकल कर आए हैं। परिजनों ने बताया यशी के इंस्टाग्राम चैटिंग के आधार पर दो लड़कियों की गिरफ्तारी की गई है। जिसमें से एक लड़की पताही के मादापुर गांव की निवासी अर्चना पांडे बताई जा रही है, तो वहीं दूसरी लड़की ज्योति कुमारी अहियापुर की बताई जा रही है।
परिजनों ने बताया कि पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक अर्चना नामक युवती बैरिया में भी एक डेरा लेकर रहती है। वही गिरफ्तार की गई युक्तियों ने पूछताछ पर बयान दिया है कि 12 दिसंबर 2022 को सोनू नामक एक युवक यशी को चार पहिए वाहन से लेकर अर्चना के बेरिया स्थित डेरा पर पहुंचता है। जहां अर्चना ने पाया कि यशी को किसी प्रकार का नशा कराया गया है। यशी को नशे की हालत में ही सोनू और अर्चना उसी चार पहिए वाहन से लेकर मुजफ्फरपुर के रेड लाइट एरिया चतुर्भुज स्थान लेकर जाते हैं, वहां एक पीले रंग की चार मंजिलें बिल्डिंग में उस लड़की का सौदा किया जाता है।
अब परिजनों के द्वारा बताए गए बयान के मुताबिक अर्चना के इस बयान के बाद सोनू नामक युवक को पुलिस कस्टडी में लेती हैं। 4 दिनों तक पुलिस सोनू को अपने पास रखती है और फिर पांचवे दिन उसे बिना किसी प्रकार के लिखित कार्यवाही किए बिना छोड़ देती है।
परिजन बताते हैं कि सोनू की गिरफ्तारी से संबंधित किसी प्रकार का साक्ष्य पुलिस की डायरी में उपलब्ध नहीं है। सोनू इस पूरी वारदात का मुख्य आरोपी बताया जा रहा है। अर्चना के मुताबिक सोनू एक सेक्स रैकेट का सरगना है। सोनू वैशाली जिला के पटेरी बेलसंड प्रखंड के अफ़ज़लपुर गांव का रहने वाला है।
यशी के परिजन प्रशासन द्वारा सोनू को छोड़ दिए जाने पर प्रशासनिक कार्रवाई पर संदेह जाता रहे हैं। आशंका है कि हो सकता है कि पुलिस की भी इस सोनू नामक युवक के साथ किसी प्रकार की सांठगांठ हो सकती है।
उक्त मामले में अर्चना का बयान काफी महत्वपूर्ण है अर्चना ने आ गई अभी बताया है कि ज्योति नामक की युवती सोनू और अर्चना के मुजफ्फरपुर के ही एक होटल में शारीरिक संबंध भी रहे हैं। जिसका साक्ष्य वीडियो के तौर पर अर्चना के मोबाइल में कैद है।
परंतु इस मामले में सोनू की पकड़ने के बाद सोनू को छोड़ देना; 7 महीने से पुलिस की ओर से किसी प्रकार की कोई ठोस कार्रवाई ना होना आदि कई बात कई प्रकार के संदेह पैदा करता है।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने अर्चना के मोबाइल से कॉल रिकॉर्डिंग और कॉल डिटेल भी परिजनों के साथ साझा नहीं किया है। इस प्रकरण के संदर्भ में कई बार वरीय पदाधिकारियों से भी मुलाकात की गई जिस पर पदाधिकारियों के द्वारा यह आश्वासन दिया गया कि 20 दिन के अंदर लड़की को बारमद कर सकुशल घर पहुंचा दिया जाएगा। परंतु इस बात को भी कई दिन बीत गए और प्रशासनिक कार्रवाई अभी तक किसी प्रकार के परिणाम तक नहीं पहुंच पाई है।
इस प्रकार की घटना कई प्रकार के सवाल तो खड़ा करता ही हैं साथ ही यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हमारे समाज में बहू बेटियां सुरक्षित हैं?
बीते दिन जाप सुप्रीमो पप्पू यादव यशी के घर पहुंचे, वहां परिजनों से उन्होंने बातचीत की। परिजनों से बातचीत करने के बाद उन्होंने क्या कुछ कहा यह जानते हैं। पप्पू यादव को सुनने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।